मेरी बुनियादी मेहनत से दूसरों को हरदेवी संबंधी लेखन में मदद मिल रही है, इससे अधिक एक नया शोधार्थी क्या चाहेगा? लेकिन उसके काम से मदद ली जाए, उसके सहारे पूरा-पूरा लेख तैयार कर लिया जाए और सन्दर्भ सूची में उसका उल्लेख तक न हो, इससे अधिक हताशा की बात क्या होगी।