दिशा-निर्देश

‘आलोचना’ वेबसाइट पर अपने लेख प्रकाशित करने में आपकी रुचि उत्साहवर्धक है। हम इसके लिए आपको हृदय से धन्यवाद देते हैं!

‘आलोचना’ एक गैर-लाभकारी साहित्यिक पत्रिका (प्रिंट और ऑनलाइन) है जहाँ संपादकीय टीम अवैतनिक रूप से काम करती है। यदि कोई अपना लेख यहाँ प्रकाशन के लिए प्रस्तुत करता है तो ‘आलोचना ऑनलाइन’ उसके लिए किसी प्रकार के भुगतान का वायदा नहीं करती है। लेख प्रस्तुत करने से पहले कृपया यहाँ दिए गए दिशा-निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और लेख अथवा सामग्री भेजने के लिए यहाँ बताई गई प्रक्रिया का पालन करें।

लेखक के लिए निर्धारित योग्यता

  • ‘आलोचना’ वेबसाइट पर प्रकाशन के लिए कोई भी व्यक्ति; व्यक्तिगत, अकादमिक, पेशेवर, छात्र अथवा शोधार्थी; अपने ‘मौलिक’ और ‘अप्रकाशित’ लेख को प्रस्तुत कर सकता है।

लेखन के विषय

  • ‘आलोचना’ वेबसाइट पर प्रकाशन के लिए कला, संस्कृति, साहित्य, इतिहास, राजनीति या समकालीन विषयों से संबंधित लेख; शोध आलेख; साहित्यिक रचनाएँ, कविताएँ; पुस्तक, फ़िल्म और वेब सीरीज की समीक्षाएँ आदि प्रस्तुत की जा सकती हैं।

लेख प्रस्तुत करने की प्रक्रिया

  • ‘आलोचना’ वेबसाइट पर प्रकाशन के लिए सामग्री केवल [email protected] ई-मेल पते के माध्यम से ही स्वीकार की जाएगी। ‘आलोचना’ त्रैमासिक पत्रिका (प्रिंट) में प्रकाशन के लिए कृपया इस पते पर सामग्री न भेजें। ऐसा करने पर वेबसाइट की टीम प्रस्तुत सामग्री के प्रति जवाबदेह नहीं होगी।
  • ‘आलोचना’ वेबसाइट पर प्रकाशन के लिए लेख को ‘यूनिकोड’ फॉन्ट में साफ-सुथरा टाइप करके केवल MS Word/Doc File प्रारूप में ही भेजें। कृपया प्रस्तुत लेख में शीर्षक के लिए फॉन्ट का साइज 16 और मुख्य पाठ के लिए 12 रखें।
  • प्रस्तुत लेख अथवा सामग्री के लिए निर्धारित न्यूनतम शब्द सीमा 1200 शब्द है।
  • लेखक/लेखकों से अपेक्षा की जाती है कि प्रस्तुत लेख में व्याकरण और भाषा संबंधी त्रुटियां न हों। ऐसा पाए जाने पर संपादक को प्रस्तुत लेख को अस्वीकार करने का पूर्ण अधिकार है।
  • सामग्री भेजते समय कृपया लेखक/लेखकों के नाम, संक्षिप्त परिचय, एक फोटो जिसमें लेखक का चेहरा साफ दिखे, संपर्क के माध्यम और सोशल मीडिया के लिंक (यदि लेखक इसे लेख के साथ वेबसाइट पर प्रदर्शित करना चाहें) आदि विवरण भी अवश्य भेजें।
  • प्रस्तुत लेख में प्रयुक्त तथ्यों व आँकड़ों के लिए उपयुक्त संदर्भ देना अनिवार्य है।
  • लेख प्रस्तुत करने के साथ ही लेखक/लेखकों को ई-मेल की बॉडी में यह घोषणा करना जरूरी है कि प्रस्तुत लेख अथवा सामग्री उनके द्वारा लिखी गई मौलिक रचना है और इसे अन्यत्र प्रकाशित नहीं किया गया है।

ध्यान रखने योग्य बातें

  • लेखक इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि उनके द्वारा प्रस्तुत लेख में कोई ऐसी सामग्री नहीं होनी चाहिए जो अवैध, मानहानिकारक या भारत के कानूनों का उल्लंघन करनेवाली हो। लेख की सामग्री और उसमें प्रयुक्त संदर्भों के लिए पूर्ण रूप से लेखक स्वयं जिम्मेदार होंगे।
  • संपादक यह सुनिश्चित करने का उचित प्रयास करेंगे कि वेबसाइट पर कोई भी प्लेगरिज़्ड सामग्री प्रकाशित न हो। फिर भी, यदि पाया जाता है कि लेखक ने अपना मौलिक अप्रकाशित लेख प्रस्तुत नहीं किया है और प्लेगरिज़्ड/कॉपीराइट-संरक्षित कार्य भेजा है, तो यह नियमों व शर्तों का उल्लंघन माना जाएगा और प्रस्तुति तुरंत अस्वीकृत कर दी जाएगी।
  • संपादक प्रस्तुत लेख को समीक्षा के दौरान किसी भी चरण में स्वीकार या अस्वीकार करने के लिए स्वतंत्र है।
  • संपादक लेख प्राप्त करने की तारीख से न्यूनतम दो सप्ताह में समीक्षा प्रक्रिया को पूरा करेंगे। इस दौरान लेखक/लेखकों से धैर्य और सहयोग की अपेक्षा की जाती है।
  • वेबसाइट प्रबंधन के पास प्रस्तुत लेख के प्रकाशन प्रारूप को निर्धारित करने का पूर्ण अधिकार है। लेखक/लेखकों द्वारा प्रस्तुत सामग्री को प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप (वेबसाइट पर) में बिना किसी पूर्व सूचना के प्रकाशित किया जा सकता है।
  • किसी भी अस्वीकृत लेख के लिए संपादक कारण बताने या उसकी व्याख्या करने के लिए बाध्य नहीं होंगे। संपादक प्रस्तुत लेख की गुणवत्ता के आधार पर उसमें संभावित परिवर्तनों या सुधारों के लिए लेखक/लेखकों को सुझाव दे सकते हैं। सुझाए गए परिवर्तनों के साथ लेखक संबंधित सामग्री को पुन: प्रस्तुत कर सकते हैं।
  • यदि प्रकाशन के लिए सामग्री भेजते समय उपर्युक्त दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया जाता है अथवा लापरवाही से इनकी अनदेखी की जाती है तो संपादकीय टीम उस सामग्री पर विचार नहीं करेगी।

पीयर रिव्यू

  • शैक्षणिक या विशेषज्ञ ज्ञान की आवश्यकता वाले विषयों से संबंधित लेखों को गुणवत्ता और वैधता सुनिश्चित करने के लिए पीयर-रिव्यू प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ सकता है।
  • यह समीक्षा प्रक्रिया गुमनाम होती है जो संबंधित विषयों के विशेषज्ञों और संपादकों द्वारा आपसी सलाह द्वारा की जाएगी।
  • इस समीक्षा प्रक्रिया में भी न्यूनतम दो सप्ताह का समय लग सकता है।

प्लेगरिज़्म नीति

  • वेबसाइट पर प्रकाशित करने के लिए की गई सभी प्रस्तुतियाँ प्लेगरिज़्म-मुक्त होनी चाहिए। वेबसाइट की टीम प्लेगरिज़्म की जांच के लिए सॉफ़्टवेयर और ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग कर सकती है।
  • लेखक/लेखकों को उनके द्वारा प्रस्तुत लेखों की मौलिकता सुनिश्चित करनी चाहिए। किसी भी कॉपीराइट उल्लंघन की स्थिति में वह वेबसाइट को मुआवजा देने के लिए सहमत होंगे।
  • यदि वेबसाइट पर प्रकाशित कोई लेख किसी कॉपीराइट का उल्लंघन करता है तो इसके लिए संपादक या वेबसाइट की टीम जवाबदेह नहीं होगी।

कॉपीराइट

  • ‘आलोचना’ वेबसाइट पर प्रकाशित मौलिक लेखों का कॉपीराइट लेखक के पास रहेगा, लेकिन वेबसाइट के पास किसी भी लेख को सुविधानुसार पुनः प्रकाशित करने का पूरा अधिकार होगा।
  • यदि कोई लेख ‘आलोचना’ वेबसाइट पर प्रकाशित होने से पूर्व अन्यत्र प्रकाशित हो चुका है तो इस स्थिति में भी लेख का कॉपीराइट मूल लेखक के पास रहेगा और वेबसाइट के पास उसे सुविधानुसार उपयोग करने का पूरा अधिकार होगा।

प्रकाशित अथवा अप्रकाशित सामग्री की वापसी

  • लेखक/लेखकों को कोई भी प्रकाशित अथवा अप्रकाशित लेख वापस लेने के लिए [email protected] पर अनुरोध करना होगा। अन्य किसी भी माध्यम से किए गए अनुरोध को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
  • वापसी का अनुरोध प्राप्त होने पर, लेख को पूरी तरह से हमारे सर्वर और स्टोरेज डिवाइस से हटा दिया जाएगा। एक बार अनुरोध किए जाने के बाद, हटाए गए लेख के संबंध में कोई और अनुरोध या ई-मेल स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

प्रकाशन की प्रक्रिया

  • वेबसाइट पर प्रकाशित करने के लिए प्रस्तुत लेख को हमारे संपादकों द्वारा ‘आलोचना’ पत्रिका की संपादकीय नीति के अनुसार संपादित करने का पूर्ण अधिकार होगा।
  • यदि हमें ‘आलोचना’ वेबसाइट पर प्रकाशन के लिए सामग्री प्राप्त होने वाले ई-मेल पर कोई लेख अथवा सामग्री प्राप्त होती है तो यह माना जाएगा कि प्रस्तुतकर्ता ने हमारे ‘दिशा-निर्देशों’ और ‘नियमों व शर्तों’ को ध्यानपूर्वक पढ़कर समझ लिया है और वह उनसे पूरी तरह से सहमत है।

यदि आपके पास उपर्युक्त दिशा-निर्देशों के अतिरिक्त कोई प्रश्न हैं अथवा आपको किसी भी बिन्दु को लेकर स्पष्टीकरण की आवश्यकता है तो कृपया [email protected] पर संपर्क करें।

हम आपकी प्रस्तुतियों का स्वागत करते हैं और ‘आलोचना’ वेबसाइट के सुचारू संचालन में आपके योगदान की सराहना करते हैं।